रतलाम। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के वाहन पर शनिवार को रतलाम में पथराव हो गया। घटना में गाड़ी के कांच टूट गए, हालांकि पटवारी सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, कुछ दिनों पहले पटवारी ने धाकड़ समाज को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उसी बयान को लेकर समाज के लोग विरोध के लिए एकत्रित हुए थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ लोग हाथों में काले झंडे लेकर खड़े थे। इसी बीच अचानक पथराव शुरू हो गया। ड्राइवर ने तुरंत गाड़ी को तेज़ी से वहां से निकाल लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
पटवारी ने अपने बयान में कहा था कि— “धाकड़ हाईवे कांड सुना था, उसके बाद एक और उससे बड़ा कांड मंदसौर BJP नेता ने किया है, उसका वीडियो-फोटो जल्दी मिलेगा।”
धाकड़ समाज ने इस टिप्पणी को अपमानजनक और समाज विरोधी बताते हुए विरोध दर्ज कराया था। उनका कहना है कि इस तरह के बयान से समाज की छवि धूमिल होती है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना से इलाके का राजनीतिक माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया है।
महू। यंग फेडरेशन क्लब महू ने अपने दिवंगत सदस्यों मरहूम रफीक भाई (भूरा), मरहूम एडवोकेट रशीद अर्शी, स्व. जुगल किशोर अग्रवाल, मरहूम अमजद समोदिया एवं स्व. रमेश सैनी (काका) की स्मृति में रविवार, 31 अगस्त 2025 को पत्ती बाजार स्थित जमात खाना पर निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंदौर जिला कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष एवं आगर के पूर्व विधायक विपिन वानखेड़े, विशेष अतिथि जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सदाशिव यादव एवं जिला प्रभारी अवनीश भार्गव रहे। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ पत्रकार एवं पत्रकार संघ अध्यक्ष विजय खंडेलवाल, समाजसेवी जीतू ठाकुर, इंदौर जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष दौलत पटेल, महू शहर कांग्रेस कमेटी कार्यवाहक अध्यक्ष पप्पू खान, वरिष्ठ समाजसेवी जगमोहन सोन, कांग्रेस नेता हरिराम जुलवानिया सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
शिविर में लगभग 180 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। इसमें डेंटल कॉलेज राऊ, सेंट्रल लैब, हरे कृष्णा आई केयर सेंटर की टीम सहित डॉ. ऋतु घोष, डॉ. श्रेया कानूनगो, डॉ. फातेमा सैफी, डॉ. सिमरन चौहान, डॉ. पीयूष गायकवाड़ एवं समाजसेवी डॉ. जे.पी. धर्मा ने अपनी सेवाएँ प्रदान कीं।
आयोजन में वरिष्ठ सदस्य पं. गोविंद शर्मा, इकबाल भाई एवं सत्तार मामू प्रेरणास्रोत रहे। वहीं युवा साथियों आमिर खान, वाजिद शेख, अरशद खान, इरशाद कुरैशी, जैद समोदिया, साहिल कुरैशी, शाहरुख खान, विक्की कौशल, गौरव शर्मा, देवेंद्र अग्रवाल, ओम पटेल, अयाज खान, निहाल खान, वसीम भाई, इरफान शेख, छुट्टन कुरैशी, वीरेंद्र झंझोट आदि ने विशेष सहयोग दिया।
अंत में आभार प्रदर्शन आमिर खान द्वारा किया गया। उक्त जानकारी अमित अग्रवाल ने दी।
महू। यंग फेडरेशन क्लब पत्तीबाजार महू के तत्वावधान में रविवार, 31 अगस्त 2025 को प्रातः 10:30 बजे पत्तीबाजार मस्जिद के सामने स्थित जमातखाना पर निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा।
क्लब के सदस्य एवं अल्पसंख्यक कांग्रेस महू शहर अध्यक्ष आमिर खान ने बताया कि यह शिविर फेडरेशन के दिवंगत सदस्यों रफीक भाई (भूरा), एडवोकेट रशीद अर्शी, जुगल किशोर अग्रवाल, अमजद समोदिया और रमेश सैनी (काका) की स्मृति में आयोजित किया जा रहा है।
शिविर में डेंटल कॉलेज ऑफ साइंस राऊ से दंत विशेषज्ञ डॉ. ऋतु घोष, डॉ. श्रेया कानूनगो एवं पंकज घनश्याम बनसोड़े की टीम, हरे कृष्णा आई केयर सेंटर राऊ से नेत्र विशेषज्ञ डॉ. पीयूष गायकवाड और महू के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जे.पी. धर्मा अपनी सेवाएँ देंगे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में इंदौर जिला ग्रामीण कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री विपिन वानखेड़े तथा पूर्व जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष श्री सदाशिव यादव उपस्थित रहेंगे कार्यक्रम का संचालन अमित अग्रवाल करेंगे।
महू। इंदौर में हाल ही में भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने की कार्रवाई के बाद अब महू शहर में भी बड़ी संख्या में लोग भिक्षावृत्ति करते देखे जा सकते हैं। मुख्य बाज़ार, चौराहों और धार्मिक स्थलों पर भिक्षा मांगने वालों की उपस्थिति लगातार बढ़ रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियाँ न केवल शहर की छवि को प्रभावित कर रही हैं, बल्कि सामाजिक व्यवस्था पर भी नकारात्मक असर डालती हैं। इंदौर की तरह महू में भी प्रशासन को संज्ञान लेकर सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है, ताकि भिक्षावृत्ति पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
महू। सेना भर्ती कार्यालय महू द्वारा पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय महू के विद्यार्थियों के लिए “सेना में रोजगार के अवसर” विषय पर एक कैरियर एवं परामर्श सत्र का आयोजन किया गया। यह सत्र विशेष रूप से कक्षा 12 के विद्यार्थियों के लिए रखा गया था, हालांकि कक्षा 10 के छात्र भी इसमें शामिल हुए।
सत्र का संचालन सेना भर्ती कार्यालय महू के सहायक भर्ती अधिकारी सूबेदार मेजर घनश्याम सिंह नेगी ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता शेल्के ने पुष्प पादप भेंटकर स्वागत से की।
सूबेदार मेजर नेगी ने छात्रों को सेना में विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध कैरियर विकल्पों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अग्निवीर चयन प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से समझाया और साथ ही एनडीए, सीडीएस, टीईएस तथा एसएसबी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी भी साझा की।
उन्होंने बताया कि अग्निवीर योजना के तहत भर्ती के लिए विद्यार्थियों को सबसे पहले भारतीय सेना की अधिकृत वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर पंजीकरण करना होगा। इसके बाद अभ्यर्थी सेना भर्ती रैलियों में भाग ले सकते हैं, जहां उन्हें लिखित परीक्षा (सीईई), शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीएफटी) और चिकित्सा परीक्षण से गुजरना होगा। साथ ही 12वीं के बाद एनडीए और तकनीकी प्रवेश योजना (टीईएस) तथा स्नातक के बाद सीडीएस परीक्षा के माध्यम से अधिकारी स्तर पर भी भर्ती के अवसर उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम में सेना भर्ती प्रक्रिया से संबंधित पोस्टर भी विद्यार्थियों को वितरित किए गए। अंत में दिनेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
महू। ग्राम भगोरा निवासी एवं श्री एकेडमी के पूर्व छात्र, राष्ट्रीय पदक विजेता निशानेबाज हरिओम चावड़ा का कजाकिस्तान में आयोजित होने वाली जूनियर एशियन चैंपियनशिप के लिए चयन हुआ। उन्होंने 28 अगस्त को हुई 50 मीटर फ्री पिस्टल स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व कर पूरे एशिया में चौथा स्थान हासिल किया।
हरिओम वर्तमान में भारतीय खेल प्राधिकरण के भोपाल स्थित मध्यप्रदेश शूटिंग एकेडमी में कोच पी.एन. प्रकाश एवं जयवर्धनसर से प्रशिक्षण ले रहे हैं। उनकी इस सफलता पर श्री एकेडमी परिवार, डायरेक्टर डॉ. राजेशपाटीदार और प्राचार्या डॉ. हेमलतापाटीदार सहित छात्रों व शिक्षकों ने वीडियो कॉल के माध्यम से शुभकामनाएँ दीं। साथ ही ग्राम भगोरा की सरपंच लक्ष्मी सूरज वर्मा, पिता शिवनारायण चावड़ा, ग्रामीणजन, वरिष्ठ खिलाड़ी संगठन, बाल महोत्सव समिति, संस्था वात्सल्य, रोटरी क्लब ऑफ महू कैंट और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने
भोपाल/नीमच। प्रदेश संगठन प्रमुख योगेश जी का 30 अगस्त से 1 सितम्बर तक नीमच दौरा प्रस्तावित है। इस दौरान संगठन के विभिन्न स्तरों की बैठकें एवं जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
कार्यक्रम के अनुसार 30 अगस्त को प्रातः 11 बजे बैंसागढ़ में तीनों विंग—पुरुष, महिला एवं यूथ ब्रिगेड—के जिला और राज्य पदाधिकारियों की बैठक होगी। शाम 6 बजे वे इंदौर से नीमच के लिए रेलमार्ग से रवाना होंगे तथा रात्रि 1 बजे नीमच पहुंचेंगे।
31 अगस्त को प्रातः 11 बजे नीमच जिला संगठन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय सम्मेलन में वे शामिल होंगे। सम्मेलन के उपरांत दोपहर में उनका भोपाल वापसी का कार्यक्रम है। 1 सितम्बर को प्रातः 7 बजे उनका भोपाल आगमन होगा।
दौरे के दौरान संबंधित विभागीय एवं जिला प्रमुख पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में स्वागत एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक और सम्मेलन में राज्य व जिला स्तर के सभी पदाधिकारी, महिला व यूथ ब्रिगेड प्रमुख, शिक्षाविद् एवं ब्लॉक अध्यक्षों सहित सभी पदाधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य बताई गई है।
…प्रेस क्लब का यह चुनाव केवल पद पाने की होड़ नहीं है, यह एक ऐसा निर्णायक मोड़ है जहाँ यह तय होना है कि आने वाले वर्षों में संगठन किस राह पर चलेगा—ठहराव और समझौते की, या साहस और प्रगति की। जब क्लब के हर सदस्य का भविष्य और पत्रकारिता की गरिमा दांव पर हो, तो स्वाभाविक है कि निगाहें टिकेंगी उस नेतृत्व पर जो ईमानदार भी हो, संवेदनशील भी हो और दूरदर्शी भी। ऐसे समय में एक ही नाम सबसे बुलंद और सबसे साफ स्वर में सामने आता है—अंकुर जायसवाल।
आज क्लब के भीतर जो माहौल है, वह किसी से छुपा नहीं। वर्षों से चली आ रही गुटबाज़ी और अंदरूनी खींचतान ने संगठन की चमक फीकी कर दी है। प्रेस क्लब की गरिमा, जो पत्रकारिता की असली ताक़त का प्रतीक मानी जाती है, कई बार संकुचित होती नज़र आई है। ऐसे हालात में एक ऐसे मुखिया की ज़रूरत है जो दीवारों को गिरा सके, दरारों को भर सके और सबको साथ लेकर एक नया अध्याय शुरू कर सके। अंकुर जायसवाल वही नाम है जो इन उम्मीदों को हक़ीक़त में बदल सकता है।
तुलसीदास की अमर पंक्तियाँ—“मुखिया मुख सो चाहिए, खान पान को एक। पाले पौषे सकल अंग, तुलसी सहित विवेक।”—आज भी नेतृत्व की कसौटी तय करती हैं। क्लब को चाहिए ऐसा मुखिया जो अपने स्वार्थों से ऊपर उठकर हर सदस्य को बराबरी का हिस्सा दे, जो निर्णय लेते समय किसी के दबाव या दिखावे में न आए, और जो विवेक व पारदर्शिता के साथ संगठन को मजबूती प्रदान करे। यह सब गुण अंकुर जायसवाल में भरपूर मौजूद हैं।
उनका अब तक का जीवन और पत्रकारिता की यात्रा ही इस बात की गवाही देती है। वे उन नेताओं में नहीं हैं जो कुर्सी के लिए रिश्ते बनाते और तोड़ते हैं। वे उन पत्रकारों में हैं जो हर साथी के सुख-दुख में खड़े होते हैं। यही वजह है कि उनके नाम पर सिर्फ चर्चा नहीं हो रही, बल्कि एक विश्वास जग रहा है।
इस चुनाव में मुकाबला केवल उम्मीदवारों का नहीं है, बल्कि विचारधाराओं का है। एक तरफ है जड़ता, समझौता और पुराने ढर्रे का बोझ। दूसरी तरफ है ऊर्जा, पारदर्शिता और संगठन को नई ऊँचाई पर ले जाने की दृष्टि। इस दूसरे पक्ष का चेहरा हैं—अंकुर जायसवाल।
उनके नेतृत्व से क्लब को मिलेगा—
साहस, जो सच्चाई और निष्पक्षता के साथ खड़ा हो सके। समानता, जहाँ हर सदस्य की आवाज़ मायने रखे। पारदर्शिता, जिससे कोई निर्णय बंद कमरों में न लिया जाए, बल्कि सभी की सहमति से हो। सक्रियता, जो क्लब को ठहराव से बाहर निकालकर नई ऊँचाइयों तक ले जाए। अंकुर जायसवाल की पहचान किसी राजनीतिक चाल से नहीं, बल्कि उनकी सादगी और साफगोई से बनती है। यही गुण उन्हें भीड़ में सबसे अलग और सबसे भरोसेमंद बनाते हैं।
अब सवाल यह नहीं है कि उम्मीदवार कौन-कौन हैं। असली सवाल यह है कि संगठन को आगे कौन बढ़ा सकता है? क्या क्लब को फिर उसी ढर्रे पर चलाना है, जहाँ गुटबाज़ी और असहमति का साया मंडराता रहे? या फिर वह नया सूरज उगाना है, जहाँ हर सदस्य एक परिवार की तरह एक-दूसरे का सहारा बने?
इस सवाल का जवाब प्रेस क्लब के हर जागरूक सदस्य को अपने दिल से पूछना होगा। और जब दिल से पूछा जाएगा, तो एक ही नाम गूंजेगा—अंकुर जायसवाल।
इतिहास गवाह है कि जब संगठन को सही समय पर सही नेतृत्व मिलता है, तो उसकी चमक दुनिया देखती है। आज प्रेस क्लब उसी मोड़ पर खड़ा है। और इस मोड़ पर सही दिशा दिखाने वाला चेहरा है—अंकुर जायसवाल: बदलाव का चेहरा, उम्मीद की आवाज़ और भविष्य का सच्चा मुखिया।
✍🏻 संदीप सेन, अध्यक्ष, देपालपुर प्रेस क्लब की कलम से
पीथमपुर। थाना सेक्टर-1 पुलिस ने महज 48 घंटे में लूट की वारदात का राजफाश कर तीन शातिर बदमाशों को दबोच लिया। पुलिस ने फरियादी की लूटी गई होण्डा शाइन मोटरसाइकिल (कीमत ₹1.20 लाख) और वारदात में प्रयुक्त हीरो होण्डा स्प्लेंडर (कीमत ₹80 हजार) समेत कुल ₹2 लाख से अधिक का मशरुका बरामद किया है।
घटना 26 अगस्त की शाम 6 बजे की है, जब फरियादी अब्दुल आहद (44), निवासी गोपालपुरा, महू अपनी भैंस खोजने संजय जलाशय रोड पर पहुंचे थे। तभी तीन अज्ञात बदमाशों ने उन्हें घेरकर मोटरसाइकिल और जेब में रखे ₹2000 छीन लिए। रिपोर्ट दर्ज होने पर थाना सेक्टर-1 पुलिस ने धारा 309(4) बीएनएस में मामला कायम कर जांच शुरू की।
सीएसपी पीथमपुर रवि सोनेर और थाना प्रभारी निरीक्षक ओ.पी. अहिर के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने मुखबिर तंत्र व तकनीकी साधनों की मदद से 28 अगस्त को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों में—
विशाल उर्फ लक्की (21), निवासी शाजापुर, हाल मुकाम इंदौर
मिथुन उर्फ अजय (19), निवासी शाजापुर, हाल मुकाम इंदौर
विमल (31), निवासी हरदा, हाल मुकाम पीथमपुर शामिल हैं।
पुलिस टीम में सउनि शैलेन्द्र सिंह बुंदेला, सउनि के.के. परिहार, सउनि अशोक कुमार दुबे, प्रधान आरक्षक विजय सिंह, प्रदीप पाटिल, आरक्षक विक्की कुशवाह, दिलीप, आकाश गवड़े, तथा सायबर सेल के प्रधान आरक्षक सर्वेश सिंह व आरक्षक प्रशांत की सराहनीय भूमिका रही।
इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल फरियादी को न्याय दिलाया, बल्कि अपराधियों के हौसले भी पस्त कर दिए। आमजन का कहना है कि यह सफलता पीथमपुर पुलिस की सतर्कता, कार्यकुशलता और जनता के प्रति प्रतिबद्धता का उत्कृष्ट उदाहरण है।
इंदौर। गणेशोत्सव के अवसर पर इंदौर में श्रद्धा और नवाचार का दुर्लभ मेल देखने को मिला। यहाँ किशोर गहलोत पिछले 20 वर्षों से अनाज से निर्मित गणपति बप्पा की स्थापना कर रहे हैं। इस बार भी उन्होंने सरसों, मसूर, उड़द, रागी, मक्का, तिल, बाजरा, चावल सहित विभिन्न तिलहन और अनाजों से बप्पा का ऐसा स्वरूप गढ़ा है, जो किसानों को समर्पित है।
किशोर गेहलोत का कहना है कि यह गणपति रूप उन मेहनतकश हाथों को नमन है, जो धरती से अन्न उपजाकर पूरे विश्व का पेट भरते हैं। प्राकृतिक और कृषि-आधारित सामग्री से तैयार यह गणपति न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरण-संरक्षण और किसानों के सम्मान का संदेश भी देता है।
मध्यप्रदेश को अन्न और तिलहन का भंडार कहा जाता है। यही प्रेरणा इस रचना में दिखाई देती है, जहाँ गणपति जी के स्वरूप में हरियाली और समृद्धि की छवि झलकती है। अशोक नगर, एयरपोर्ट रोड स्थित अपने निवास से किशोर गहलोत लगातार इस परंपरा को निभा रहे हैं। हर वर्ष वे एक नए रूप और नई थीम के साथ गणेशोत्सव को रचनात्मकता और सामाजिक संदेश से जोड़ते हैं।
स्थानीय समाज और श्रद्धालुओं के अनुसार, यह पहल केवल धार्मिक आस्था का विस्तार नहीं, बल्कि किसानों के महत्व और उनके योगदान की याद दिलाने वाला एक जीवंत संदेश है। साथ ही, यह पर्यावरण-सम्मत पूजा पद्धति को भी प्रोत्साहित करता है, जिसमें मिट्टी और प्राकृतिक वस्तुओं का ही उपयोग होता है।
कला, भक्ति और सामाजिक सरोकार का यह अद्भुत संगम इंदौर के गणेशोत्सव को अलग पहचान देता है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनता है।